यह ट्रैक कालका से 640 मीटर की ऊंचाई से उठकर शिमला की 2060 मीटर की ऊंचाईयों तक पहुंचता है । खिलौना रेलगाड़ी धीरे- धीरे अपना रास्ता पकड़ते हुए निचले हिमालय की पहाड़ियों तक पहुंचती है । पहाड़ी तलहटी में हमें कुशल्या नदी का सुन्दर दृश्य दिखता है और सुन्दर बगीचों और छतों वाले छोटे स्टेशन वे-कोटि, बड़ौग, कनोह आदि मिलते हैं । कोटो सुरंग से गुजरते समय कोट की जरूरत पड़ती है और जबली से गुजरते समय ठण्डी हवा हमें जेब करती है । यह समुद्र तल से 1240 मीटर ऊपर है ।
उत्तर का एक अन्य हिल सेक्शन पठानकोट-जोगिन्दर नगर सेक्शन है जो हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा घाटी तक रेल सम्पर्क उपलब्ध कराता है । कांगड़ा घाटी न केवल पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों का ध्यान आकर्षित करती है बल्कि यह धार्मिक रूप से भी एक महत्व पूर्ण जगह है क्योंकि यह अनेक देवी, देवताओं की भूमि है । यहां यात्रियों के आराम को ध्यान में रखते हुए एक नई शानदार नेरोगेज रेलगाड़ी कांगड़ा क्वीन इस सेक्शन पर शुरू की गई है ।
Source : उत्तर रेलवे / भारतीय रेल पोर्टल CMS Team Last Reviewed on: 29-06-2012
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